कार्तिक महीने की शुरुआत होने वाली है, और इसी महीने में बिहार-झारखंड का सबसे बड़ा लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा शुरू होने वाला है। छठ पूजा एक ऐसा पर्व है, जो वैदिक काल से प्रचलित है। यह पर्व झारखंड, बिहार, बंगाल, और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों की संस्कृति का अहम हिस्सा बन चुका है। हालांकि, छठ महापर्व पूरे भारत में मनाया जाता है, लेकिन इन राज्यों में इसकी धूमधाम विशेष रूप से देखने को मिलती है।
बहुत से लोगों के मन में यह सवाल है कि छठ पूजा 2024 कब शुरू होगी। आइए, इसके बारे में विस्तार से जानते हैं…
छठ पूजा की महिमा
छठ पूजा को सबसे कठिन व्रतों में से एक माना जाता है। देवघर के पागल बाबा आश्रम स्थित मुद्गल ज्योतिष केंद्र के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल ने बताया कि कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से छठ पूजा का शुभारंभ होता है। यह महापर्व पूरे चार दिनों तक चलता है, जिसमें 36 घंटे का निर्जला व्रत भी रखा जाता है, जो इसे कठिन बनाता है। यह व्रत मुख्य रूप से माताएं अपने पुत्र की दीर्घायु और परिवार की खुशहाली के लिए करती हैं।
छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है। पहला दिन नहाय-खाय, दूसरा दिन खरना, तीसरे दिन ढलते सूर्य को अर्घ्य और चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य प्रदान किया जाता है। इस प्रकार, इस महापर्व का समापन होता है।
- Significance of Chhath Puja: Celebrated for the longevity of sons.
- Duration: Lasts for four days.
- Main Days:
- Day 1: नहाय-खाय
- Day 2: खरना
- Day 3: Evening Arghya
- Day 4: Morning Arghya
छठ पूजा 2024 कैलेंडर
ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल के अनुसार, इस साल छठ महापर्व की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से हो रही है। 2024 का छठ पूजा कैलेंडर इस प्रकार है:
- 05 नवंबर (मंगलवार): नहाय-खाय
- 06 नवंबर (बुधवार): खरना
- 07 नवंबर (गुरुवार): संध्या अर्घ्य
- 08 नवंबर (शुक्रवार): उषा अर्घ्य
- Chhath Puja 2024 Dates:
- November 5: Nahay Khay (नहाय-खाय)
- November 6: Kharna (खरना)
- November 7: Sandhya Arghya (संध्या अर्घ्य)
- November 8: Usha Arghya (उषा अर्घ्य)
निर्जला उपवास की शुरुआत
छठ महापर्व में कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि से खरना का प्रसाद ग्रहण करने के बाद निर्जला उपवास की शुरुआत होती है। ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इस साल पंचमी तिथि 06 नवंबर को है, और इसी दिन से 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू होगा।
- Start of Nirjala Vrat: Begins from the Panchami Tithi after Kharna.
- Duration: 36 hours of fasting.