क्यों ट्रेंड हुआ ‘शेम ऑन ओलंपिक’? | जानिए पूरी कहानी

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शेम ऑन ओलंपिक: कारण और विवाद

क्यों ट्रेंड हुआ ‘शेम ऑन ओलंपिक’? पेरिस ओलंपिक इस बार विभिन्न विवादों के कारण सुर्खियों में है। ओपनिंग सेरेमनी से लेकर हिजाब पहनने वाली एथलीट को बैन करने तक, हर कदम पर सवाल खड़े हो रहे हैं। लेकिन अब एक नया विवाद सामने आया है जिसने सोशल मीडिया पर ‘शेम ऑन ओलंपिक’ ट्रेंड को जन्म दिया है।

क्या हुआ था इटालियन बॉक्सर के साथ?

पेरिस ओलंपिक में इटली की एक महिला बॉक्सर, एंजलिना कैरिनी, मात्र 46 सेकंड में रिंग छोड़कर भाग गईं। अल्जीरिया की इमान खलीफ के साथ मुकाबले में उन्हें नाक पर इतनी जोरदार चोट लगी कि वे रिंग छोड़ने पर मजबूर हो गईं। कैरिनी की रोती हुई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं, और तभी से ‘शेम ऑन ओलंपिक’ ट्रेंड करने लगा।

ट्रांसजेंडर बॉक्सर के कारण विवाद

मुकाबले में विवाद का मुख्य कारण था कि कैरिनी का सामना एक ट्रांसजेंडर बॉक्सर से हुआ था। खलीफ, जो अब महिला हैं, पहले पुरुष थीं। ट्रांसजेंडर बॉक्सर के खिलाफ मुकाबला होने से लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या यह मुकाबला फेयर था? कई लोगों का मानना है कि खलीफ की शारीरिक शक्ति एक बायोलॉजिकल महिला से कहीं अधिक है, जिससे मुकाबला असमान हो गया।

सोशल मीडिया पर उठे सवाल

सोशल मीडिया पर लोगों ने ओलंपिक कमेटी पर सवाल उठाए कि क्यों ऐसे एथलीटों को महिला कैटेगरी में खेलने की अनुमति दी गई। कई बड़ी हस्तियों, जैसे एलोन मस्क, ने भी इस मामले पर आवाज उठाई है। ‘शेम ऑन ओलंपिक’ ट्रेंड करने का मुख्य कारण यही है कि लोग इस प्रकार के मुकाबलों को सही नहीं मानते।

इटालियन प्रधानमंत्री का बयान

इटली की प्रधानमंत्री, जॉर्जिया मेलोनी, ने भी इस विवाद पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह मुकाबला समान स्तर पर नहीं था और उन्होंने ओलंपिक कमेटी से इस प्रकार के मामलों में सख्ती बरतने की मांग की। मेलोनी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि ऐसे एथलीटों को महिला कैटेगरी में एंट्री नहीं मिलनी चाहिए जिनमें पुरुषों के लक्षण ज्यादा हैं।

ओलंपिक कमेटी की प्रतिक्रिया

ओलंपिक कमेटी ने इस विवाद पर अभी तक कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है। हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सिंग एसोसिएशन ने पिछले साल खलीफ को महिला मुक्केबाजी में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति दी थी, जो कि विवाद का एक और कारण बना।

भविष्य की चुनौतियां

यह विवाद केवल पेरिस ओलंपिक तक ही सीमित नहीं रहेगा। आने वाले समय में, ट्रांसजेंडर एथलीटों की प्रतिस्पर्धा को लेकर और भी सवाल उठ सकते हैं। ओलंपिक कमेटी को इस मामले में स्पष्ट नियम और नीतियां बनानी होंगी ताकि भविष्य में ऐसे विवाद न हों।

निष्कर्ष

क्यों ट्रेंड हुआ ‘शेम ऑन ओलंपिक’? पेरिस ओलंपिक में इटालियन बॉक्सर के साथ हुए इस विवाद ने दुनिया भर में हलचल मचा दी है। सोशल मीडिया पर लोग ओलंपिक कमेटी से जवाब मांग रहे हैं और यह सवाल उठा रहे हैं कि क्या ऐसे मुकाबले फेयर हैं। इस विवाद ने ओलंपिक खेलों की निष्पक्षता पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है।

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